आज सबकी जुबान पर बस एक ही नारा है
औरत का सम्मान करो पहला धर्म हमारा है
स्त्री देवी, स्त्री माँ, स्त्री बेटी और स्त्री गंगा के रूप में
बहती धारा है
औरत का सम्मान करो पहला धर्म हमारा है
जो औरत का अपमान करें उन्हें देना चाहिए देश
निकाला है
औरत का सम्मान करो पहला धर्म हमारा है
कुछ गावों में चलता ये परंपरा का नारा है -2
कि बेटी मारो- बेटी मारो बेटी स्त्री के रूप में धन
लुटाने की धारा है
अरे इन्हें बताओ कि बेटी घर में धन, इज्जत और
संस्कार लाने की धारा है
औरत का सम्मान करो पहला धर्म हमारा है
औरत का सम्मान करो पहला धर्म हमारा है
"शरद भारद्वाज"
Read Complete Poem/Kavya Here औरत का सम्मान करो
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