hindi sahitya
रविवार, 26 अप्रैल 2015
चमचागीरी-43
न ईमानदारी का धनुष और न ही मेहनत की कमान;
कलयुग में केवल चमचागीरी ही करती है कल्याण.
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चमचागीरी-43
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