ब्यस्त जीवन नहाते है कर्मों से ख़ुशी-खुसी से |१|
सब देखते संभालते वक्तपे नहीं रूकते |२|
मकसद है कैसे मुख फेरते भविष्य पर |३| ०४/२०/२०१५
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