ममता की अपनी एक कहानी है ,जो हर बच्चा कहता अपनी जुबानी है |
ममता के बारे शब्दों में कहना और लिखना मुश्किल है |
ममता की सालो साल अनकही कहानी है , जो हर माँ कहती अपनी जुबानी है |
हर ऋतु और समय में ममता कि परिभाषा एक है , पर बयाँ करने के तरीके अलग अलग है |
ममता कठोर परिश्रम और बहुत प्यार करती है |
ममता आज भी पहचान की महोताज है और लोगो की भीड़ में गुम है |
गुमसुदगी में सालो साल अकलेपन में रहती है और भावी पीढ़ी अपनी दुनिया में मस्त हो जाती है |
ममता के बारे में कई लोगो से सवाल पूछ रहा था ,पर हर कोई अपने में मस्त था |
ममता आज भी आज भी पहचान की महोताज है और लोगो की भीड़ में गुम है |
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