बुधवार, 11 फ़रवरी 2015

LOKTANTRA

आज राजनीती में मानो एक नयी उमंग आई
परंपरा को तोड़ आम आदमी असली रंग में आई
भ्रस्टाचार से ट्रस्ट जनता ने लोकतंत्र लोकतंत्र की परिभाषा बखूबी समझायी
मंहगाई हार गयी , अहंकार ध्वस्त और सच्चाई ने क्या खूब रंग दिखाई
लोकतंत्र का सही अर्थ समझाने के लिए
अरविन्द जी आपको ढेर साड़ी बधाई

abhay kumar anand

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