कुछ तो बात थी जो हुआ रब मेहरबान, और बना तुमसे नाता, सच्चा लगता है ! जब से मिला सहारा तेरी वफाओ का , करके दो बाते तुमसे अच्छा लगता है !! डी. के. निवातियाँ ________!!! Read Complete Poem/Kavya Here अच्छा लगता है
कुछ तो बात थी जो हुआ रब मेहरबान, और बना तुमसे नाता, सच्चा लगता है ! जब से मिला सहारा तेरी वफाओ का , करके दो बाते तुमसे अच्छा लगता है !!
डी. के. निवातियाँ ________!!!
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