अपने मन उमंग में
ला एक नई विश्वास
न बैठे रह गुमशुम
युवा शक्ति तुमपे है आश …..
भूल जा अतीत निराश दिन
साहस जुटा लिखना है नयी इतिहास
आज कुछ नहीं तो क्या हुआ ?
जीत होगा ! सबकुछ आएगा तेरे पास…..
देख लेना करेगी सारी दुनियाँ
तेरे काम पर एक दिन नाज
जो भी उलझने है पथ में
कर ले विश्लेषण कल नहीं आज ….
मेहनत कर सब्र कर
पहुँच से ज्यादा दूर नहीं
ये चाँद ये आकाश
कुछ भी नहीं नमुमक़िन यहाँ
तू करता रह प्रयास, प्रयास प्रयास…….
चंचल मन को अपनी
बना कर रखनी होगी दास
तू जो चाहेगा वँही होगा
हिमालय सी अचल रख साहस
कुछ भी नहीं नमुमक़िन यहाँ
तू करता रह प्रयास, प्रयास प्रयास…….
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें