दिल से ये पयाम लिख रहा हूँ
हाले दिल तमाम लिख रहा हूँ
सोचा तुम्हारे जन्मदिवस पर क्या करूं
इसलिए दिल से खुबसुरत सलाम लिख रहा हूँ|
फूलों का मुस्कान लिख रहा हूँ
चंदन का महक लिख रहा हूँ
सोचा तुम्हारे जन्मदिवस पर क्या दूं
इसलिए दिल से खुबसुरत कलाम लिख रहा हूँ|
सुबह की ताजगी लिख रहा हूँ
नदियों की रवानगी लिख रहा हूँ
चाँद तारों सी सौहरत मिले
ऐसा ये सौगात लिख रहा हूँ
सोचा तुम्हारे जन्मदिवस पर क्या दूं
इसलिए राहे जीवन आसान लिख रहा हूँ|
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