न आई जवाब तेरी, लिखा खत कई बार तेरे पास आने को ।
दोस्तों से करते है तेरी बाते, तड़पता रहा तेरे पास आने को ।।
तुझे आते- जाते देख राहों में, धड़कता रहा दिल तेरे पास आने को ।
सावन रात में जलता रहा, मचलता दिल रहा तेरे पास आने को ।।
जमाने की न किये परवाह, बदनाम होता रहा तेरे पास आने को ।
तू इक बार हाँ कह दे,कांटे से कर लेंगे दोस्ती तेरे पास आने को ।।
दूर से कब तक देखे, जी चाहता है तेरे पास आने को ।
हर रोज ढूंढ़ते है नई बहाने, सच में तेरे पास आने को ।।
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