बेशक मोहब्बत थी तुझसे
तसव्वुर में आजमाइश थी
नर्गिस से मिलती थी आँखें
कातिल तेरी आराइश थी
तकदीर में था फ़क़त
तुझे आजमाना सनम
नाचार था नाचीज और
बेरहम जमाना सनम
ताक पर रख कर खुदी
तेरा राहों में आना सनम
बैचेन से चश्मोंचिराग और
वो तेरा मुस्कुराना सनम
वादियां इस कहानी का
गवाह है वो गुलिस्तां भी
पर हमें याद है सिर्फ तेरा
देखकर छूपजाना सनम
नागवार न था मुझे तेरा
घर से ना आना सनम
आजाब की वजह बन गया
तेरा कदम डगमगाना सनम
१ तसव्वुर=विचार २ नर्गिस=प्रिये की आँख
३ आराइश =सजावट ४ नाचार =लाचार
५ खुदी=अभीमान ६ वादियां =उजड़ा
७ आजाब =दर्द
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