सोमवार, 11 मई 2015

ख़त माँ के नाम

माँ मेरी माँ तू कभी रोना नहीं,
मरके भी बेटा तेरा मरेगा नहीं।
माँ मेरी माँ तू मुझे सुलाना नहीं,
देश के ख़ातिर बेटा तेरा रुकेगा नहीं।
माँ मेरी माँ मुझे रोकना नहीं,
रो कर बेटा तेरा फाँसी चढ़ेगा नहीं।
माँ मेरी माँ तू आंसू बहाना नहीं,
हो कर शहीद बेटा तेरा उठेगा नहीं।
सो जाऊ गहरी नींद तो मुझे जगाना नहीं,
गोदी से भारत माँ की ,कभी मै जागूँगा नहीं।
आये जो कभी स्वतंत्र्,गणत्रंत दिवस,
याद करना मुझे माँ,कभी भूलाना नहीं।
नीतू राठौर

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