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माता की गोद में जब जब पुत्र किसान
के आंसू होंगे
तब तब शेषनाग की सांसों के परवाने
होंगे
बेटे बेटे ही जब जब राजनीति का
ताना बाना बुनते हैं
तब तब धरती मां के आंसू धरती फोड
निकलते हैं
to be
continued…
kavi vinay bharat
11
Teri meri kahani ek jaisi h
hum dono hi dil ke bazar me khafa
khafa se h
kavi vinay
12
तुम कहती हो मैैसेज ना किया करो
Fb पर
आखिर तुम मुझे ब्लोक क्यू़ नहीं कर देती
कवि भारत
13
Chal sun pagali main tera na ho
saka to na sahi
Mujhe tu meri matra bhoomi se
alag to na kar..
Kvi vinay
14
Achcha to hum chalte h
Hum tujhe miss karte h
Dil ki nadi h chanchal
Him naiya par karte h
Achcha to hum chalte h
Kavi vinay bharat
Read Complete Poem/Kavya Here फेसबुकिया -३ कवि विनय भारत
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