।।ग़ज़ल।।तेरे दिल के हालात नही ।।
तू तो कहती है, पर यें तेरे दिल के हालात नही ।।
भरोसा मुझ पर रख या ख़ुदा पर कोई बात नही ।।
हद तो हो ही गयी है तेरे इंतजार की,ऐ बेख़बर ।।
या तो मासूम है तेरा दिल, या तेरी औकात नही ।।
ऐ दोस्त ये जिंदगी है, नशीहतो पर नही चलती ।।
हक़ीक़त चाहिये इसे, तेरे बदलते जज्बात नही ।।
ऐ प्यार का ही असर है तू भरोसा कर, न कर ।।
ये निखरता चेहरा, कोई रब की सौगात नही ।।
जा भींग जायेगी तू, कमशिन अदाऒ की शहज़ादी ।।
अभी हुई है चाहत में अश्को की बरसात नही ।।
……R.K.M
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