लाजो स्कूल मैं मास्टर जी बोलते थे की पूत के पैर तो पलने मैं ही दिखाई दे जाते हैं
मेरे समझ मैं उसकी ये बात कभी नहीं आती थी इसलिए मैं ने जाकर मास्टर जी पूछा
मास्टर जी पूत के पैर तो पलने मैं ही दिखाई दे जाते हैं, इस बात का क्या मतलब है
मास्टर जी बोले इसका मतलब है की कौन बच्चा आगे जाकर कैसा बनेगा
ये हम उसके शुरुआती दिने मैं ही पता लगा सकते हैं उसका चल चलन देख कर
इसलिए बीजेपी सरकार की हालत भी हमे अभी से दिखाई देने लगी है
सत्ता मैं आने से पहले सरकार ने अच्छे दिन लाने का वायदा क्या था
अच्छे दिन तो दूर की बात अच्छे घंटे भी नसीब नहीं हुए
अभी बीजेपी प्रेजिडेंट अमित शाह ने आज कहा की अच्छे दिन के लिए हमें पच्चीस साल थक इंतज़ार करना पड़ेगा !
मेरे समझ मैं एक बात नहीं आई लाजो, अमित शाह जो बीजेपी के प्रेजिडेंट हैं पच्चीस साल मैं अच्छे दिन लयगे तो उन लोगो का क्या होगा जिन लोगो ने मोदी जी को जल्दी ही अच्छे दिन आने की आशा मैं वोट दिए थे
शायद उनमें से कुछ लोग तो अच्छे दिन देखने के लिए शायद रहे ही नहीं
तब क्या होगा ? उन अच्छे दिनों का ?
क्यों की बीजेपी की हालत तो अब दिखाई देने लगी है क्यों की बो अब अच्छे दिन नहीं ला सकती
क्यों की रात गयी तो बात गयी
और फिर मास्टर जी की बात भी तो सही है पूत के पैर तो पलने मैं ही देखे दे जाते हैं
इसलिए अच्छे दिन आने वाले हैं ये गीत गाने बंद करो
क्यों की अच्छे दिन तो पच्चीस साल बाद आने वाले हैं
इसलिए मैं कहता हूँ लाजो, खूब मेहनत से काम करो, तो मोदी जी पहले तो आप ही अपने अच्छे दिन स्वयं ला सकते हो.
बाकि आपकी मर्ज़ी या तो मेहनत करो या फिर अच्छे दिन के सपने देखो !!!!
The choice is your !!!!!!!!!!
By Anderyas
Read Complete Poem/Kavya Here अच्छे दिन दूर की बात : Far ahead
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