बड़ी हसरत इस दिल की बरसो पुरानी है ! गिरता हो कतरा जब किसी बूँद का तुम पर ! तुम्हे पसंद हो न हो ये बारिश का पानी ! रहते हो बड़े खफा खफा अपने आप में तुम हो जाए दिल की हर मुराद पूरी अपनी ! निवातियाँ डी. के.________@@@
मेरे संग बारिश में भीग जाओ एक दिन !!
मेरे संग उस कतरे में समा जाओ एक दिन !!
बस मेरे लिए खुद बरस जाओ एक दिन !!
समझेंगे वफ़ा जो मुस्कुरा जाओ एक दिन !!
अगर तुम मुझ में समा जाओ एक दिन !!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें