अपनी सोंच को उड़ने ना दे वही आत्मनियंत्रण है अपने विश्वास को खोने ना दे वही आत्मविश्वास है अपने सच को छुपने ना दे वही तो हरिश्चंद्र की परछाई है – काजल / अर्चना
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