कुछ इस क़दर लत लगी हमे उनके मोहब्बत की ख़ुमारी का..! अब होश मे आना हमे इक पल का भी गवारा नही होता…!!
Acct- इंदर भोले नाथ…
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें