।।ग़ज़ल।।चलो हम दोस्ती कर ले।।
न हम है मोम के पथ्थर ,सहारा तो मिलेगा ही ।।
चलो हम दोस्ती कर ले किनारा तो मिलेगा ही ।।
न तुम मिलते, न बस पाता हमारे आँख में चेहरा ।।
हँसी के साथ दो पल गम, प्यारा तो मिलेगा ही।।
भले अंजान हो मुझसे दिलो से पूछ तुम लेना ।।
इज्जत, बेकसी, चाहत, सारा तो मिलेगा ही ।।
करेगी बेवफाई ये भरोसा उम्र का मत कर ।।
यहा हर शख़्स इस गम का मारा तो मिलेगा ही ।।
बड़ा आराम आयेगा कभी जब मुस्करा दोगे ।।
न रब खुद छीन सकता है हमारा तो मिलेगा ही ।।
……..R.K.M
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