मंगलवार, 5 जनवरी 2016

*कवि की दुनिया*

कवि अपनी दुनिया में बहुत खुश रहता है,
वह हर चीज मे सार ढूँढ लेता है,
व्यर्थ मे भी एक भाव ढूँढ लेता है,
न ही किसी से द्वेष,
न ही जलन कि भावना
सिर्फ कवि अपनी कविताओ में मग्न रहता है,
कवि कविताओ को विचारो से सजा देता है,

और कुछ कर गुजरने की राह दिखा देता है,
अपनी कलम की ताकत से दुनिया को हिला देता है,
कम शब्दो मे गहराई की बात बता देता है,
वह गरीब,अमीर, भेदभाव को छोड कर इन्सानियत पर ध्यान देता है,
वह सभी की फिक्र व चिंता मे लगा रहता है,
वह अपनी छोटी से छोटी चीज कविताओ मे बया कर देता है!!…

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