इन आँखों मे भी सपने हैं…! इस दिल मे भी कुछ अरमां हैं..!! बस गर्दिशों मे टूटे तारों जैसी इनकी भी कहानी है..!! वरना नस्लें तो इनकी भी इंसानी..!!
Acct-इंदर भोले नाथ…
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