बन्धन-२ ओ मेरा बन्धन-२!!
बन्धन-२ आया रक्षा का बन्धन
आज आई मुझको याद फिर बहन !!
ले कर एक धागा मै तेरे पास आया !
तेरा प्यार मुझको आज फिर सताया !
आज नही होता मुझसे ये गम सहन ,
आज आई मुझको याद फिर बहन !!
राखी बन्धवाई फिर कस्मे खाई !
तेरे बिना अब ये सूनी कलाई !
मै तेरा भाई और तू मेरी बहन ,
आज आई मुझको याद फिर बहन !!
खुशिया लाई थी , वो मुझको हसाई थी !
उम्र बढे मेरी , उसकी दुआ थी !
हर्दम लगाती वो , खुशियो का चन्दन
आज आई मुझको याद फिर बहन !!
अनुज तिवारी
Read Complete Poem/Kavya Here रक्षाबन्धन (गीत)
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