गुरुदेव मुझको तुम देना सहारा,
कभी न छूटे ये दामन तुम्हारा
तेरी कृपा को झुठलाती है दुनिया,
झूठे आरोपों को सच समझती है दुनिया
नहीं देखूँ दुनिया का झूठा फंसाना
गुरुदेव मुझको तुम देना सहारा
कभी न छूटे ये दामन तुम्हारा
सिवा तेरे दिल में समाये न कोई, गुरुज्ञान का दीपक जलाये न कोई
तुम्ही मेरे दीपक, तुम्हीं हो उजाला, गुरुदेव मुझको तुम देना सहारा
कभी न छूटे ये दामन तुम्हारा
स्वार्थ की दुनिया में कोई न सहारा, बता दो प्रभु तुम बिन कौन सहारा
तुम्हीं मेरी नैया, तुम्हीं हो किनारा, गुरुदेव मुझको तुम देना सहारा
कभी न छूटे ये दामन तुम्हारा
बराबर न तेरे, कहीं कोई दूजा, तुम्हीं गुरुवर मेरे, करूँ सतगुरु की पूजा
तुम्हीं पर सर्वस्व हमने है वारा, गुरुदेव मुझको तुम देना सहारा
कभी न छूटे ये दामन तुम्हारा
निराशा सभी सामने आ खडी हैं, प्रभु दास तेरे शरण आ पड़ा है
लगा लो चरण, अब तो हूँ मैं तुम्हारा, गुरुदेव मुझको तुम देना सहारा
कभी न छूटे ये दामन तुम्हारा
#सत्यशील
Read Complete Poem/Kavya Here मेरे गरुदेव गुरुदेव मुझको तुम देना सहारा
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