पहचान अब तो मुश्किल ईमानदारी की पंडित, मोलवी भी जब गुनाह करने लगे ! ! करते रहे जो क़त्ल इंसानियत का सरेआम खुदा के फ़रिश्ते दुनिया में वो कहलाने लगे !!
डी. के. निवतियाँ _______@@@
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