कहता जमाना ये जिसको खुदा है वो मेरे लिए है मेरी मां
जो प्यार चाहत और दुआ है वो मेरे लिए है मेरी माँ
बचपन में उसनें मुझको झुलाया अपने हाथों में
खुद न सोयी मुझको सुलाया जागी वो रातों में
है जो धरती और जो आसमां है वो मेरे लिए है मेरी माँ
कहता जमाना…………………………
उसका प्यारा सपना मैं हुँ उसकी खुशी भी हुँ मैं
उसकीःआंखों का आंसू हूँ तो होठों की हँसीं भी हुँ मैं
हर पल ईश्वर रहता जहां है वो मेरे लिए है मेरी माँ
कहता जमाना…………………………….
उसको खुशी दुँ इतना करम तो मुझपे खुदा कर दे तु
जब भी जनम लूँ उसके लिए लूँ वरना फना कर दे तु
प्यारे से सपनों का जो आशियां है वो मेरे लिए है मेरी माँ
कहता जमाना …………………………..
शुक्रवार, 5 जून 2015
meri maa
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