हर शाम ढलती है सन्नाटे की आवाज लेकर, हर सुबह निकलती है एक नया आगाज लेकर, नये बदलाव लाना सीख लो जिन्दगी मेँ, वर्ना वक्त का सागर लौटा देगा नदियोँ को, फिर एक नया तूफान देकर।
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