मेरी सांसों से चले एसी साँस न रखे कोई । मैं खुद प्यासा हूँ , मेरी प्यास न रखे कोई । दाँव पे रख दी हैं जिंदगी भर की मोहब्बत , पल भर मोहब्बत की भी आस न रखे कोई । -एझाझ अहमद
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