खो गया हु इस भीड़ में कोई घर का पता बता दो, दुनिया की चकाचौंध में कोई अपनों से मिला दो, सूरज-चाँद धरती-अम्बर से यही विनती हु करता, मेरा बचपन मुझे लौटा दो, मेरा बचपन मुझे लौटा दो |
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