बुधवार, 17 जून 2015

रक्षाबन्धन (गीत)

बन्धन-२ ओ मेरा बन्धन-२!!
बन्धन-२ आया रक्षा का बन्धन
आज आई मुझको याद फिर बहन !!

ले कर एक धागा मै तेरे पास आया !
तेरा प्यार मुझको आज फिर सताया !
आज नही होता मुझसे ये गम सहन ,
आज आई मुझको याद फिर बहन !!

राखी बन्धवाई फिर कस्मे खाई !
तेरे बिना अब ये सूनी कलाई !
मै तेरा भाई और तू मेरी बहन ,
आज आई मुझको याद फिर बहन !!

खुशिया लाई थी , वो मुझको हसाई थी !
उम्र बढे मेरी , उसकी दुआ थी !
हर्दम लगाती वो , खुशियो का चन्दन
आज आई मुझको याद फिर बहन !!

अनुज तिवारी

Share Button
Read Complete Poem/Kavya Here रक्षाबन्धन (गीत)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें