रविवार, 28 जून 2015

भला बुरा

कौन भला है
कौन बुरा
समय की है
यह बात
नीति रीती बदल जाती
देख लोगो की
औकात।

फूल भली है
शूल बुरी
समय की है
यह ताक
एक समय
नागफनी भी
आती है काज।

लोग भले हैं
जाती बुरी
सोच की है यह विसात
बिन जिनके लोग
पाख न हो
फिर क्यों करे
ए ऐसी बात।

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