मंगलवार, 9 जून 2015

तमन्ना

एक तमन्ना इस दिल की
जिंदगी में तेरा साथ हो !
पग से पग मिला के चले
आरजू ये दिन रात हो !

लम्हा ख़ुशी का हो या गम का,
हर पल में तेरा साथ हो !
मै चलू कांटो पर या फूल पर
हर सफर में तेरा साथ हो !

जिंदगी की अनजान राहो में,
तेरे आँचल की छाँव हो !
भीगे तन मन से हम दोनों,
जब प्यार की बरसात हो !

सागर की आगोश में सूरज छुपे,
कोई ऐसी मतवाली शाम हो !
ठहर जाए वक़्त का हर लम्हा,
जहां न दिन हो न रात हो !

लिखूं जब भी कोई ग़ज़ल,
उसमे तेरा ही नाम हो !
चले संग संग उन किनारे की तरह,
मिलन की जिनके आस न हो !

एक तमन्ना इस दिल की
जिंदगी में तेरा साथ हो !
पग से पग मिला के चले
आरजू ये दिन रात हो !
!
!
!
डी. के. निवातियाँ _____!!!

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