पता बदला है हमने, अपने रहने का मेरे यारों,
के अब घर छोड़ के अपना, हम उनके दिल में रहते हैं,
कोई चिठ्ठी, कोई खत गर मेरा आये तो ऐ यारों,
पढ़ा देना उन्हें, हम दिल में बैठे सुनते रहते हैं।
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