मंगलवार, 23 फ़रवरी 2016

"मुजे वो हिन्दुस्तान मिल जाये"

जिस के पास भी मांगु गीता और कुरान मिल जाये ।
मिल जुल कर रेहना हैं सबका ये ख्याल मिल जाये ।
ना कोई ईसाई ,ना कोई हिन्दू ,ना कोई मुसलमान हो ;
जहा सिर्फ हिन्दुस्तानी हो मुजे वो हिन्दुस्तान मिल जाये ।
-एझाझ अहमद

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