मंगलवार, 21 अप्रैल 2015

चमचागीरी -24

न गरीबी ने मारा है न ही मंहगाई मार पाई है;
हिन्दुस्तानिओं को तो चमचागिरी ने मारा है जो सब जगह छाई है.

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