गुरुवार, 23 अप्रैल 2015

चमचागीरी-29

अगर खुद हमारी बात पे रजामंद हो जाये, तो दुनिया में चमचागीरी बंद हो जाये;
जिंदगी जो चमचों ने बना राखी है करेले सी कड़वी, सभी कि जिंदगी कलाकंद हो जाए.

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