इस पल मेँ तू, उस पल मेँ तू,
  मेरे हर पल मेँ है तू अब।
  मैँ प्यार तुम्ही से करता हूँ,
  करता हूँ तुझे ये आज तलब॥
  यूँ ही ना कही दिल से निकली,
  इस बात का तू मतलब तो समझ।
  हामी भर दे रहमत कर दे.
  यूँ और ना मुझपे ढा तू गजब॥
  देखूँ ना तुझे कुछ पल जो मैँ,
  मन मेँ हो जाता है कुछ अज़ब।
  बस जीते जी मर जाउँगा मैँ,
  हो गया जो तुझसे कभी अलग॥
  हाँ कर दी तो लड़ जाउँगा मैँ,
  चाहे सामने हो ये सारा जग।
  ना से भी तेरी, दुश्वारी नहीँ,
  बनी दोस्त रहो है साँसे जब तक॥

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