सोमवार, 30 नवंबर 2015

हम तुम ........( गीत )

हम तुम ……..( फिल्म गीत )

मिलना लिखा था किस्मत में, किस्मत से मिल गए हम तुम !
बनके चले राही एक मंजिल के,अब कभी जुदा न हो हम तुम !!

एक दूजे बिन लगता सब अधूरा
बिन दूजे के कैसे हो ख्वाब पूरा
आये हो पहलू में खुशबू की तरह
समेटने से बिखरते जाए हम तुम !!

मिलना लिखा था किस्मत में, किस्मत से मिल गए हम तुम !
बनके चले राही एक मंजिल के,अब कभी जुदा न हो हम तुम !!

अक्सर दो कदम चलकर संग
फिर रुक जाया करते है लोग
तोड़कर इस चलन को दुनिया में
एक मिसाल बन जाए हम तुम !!

मिलना लिखा था किस्मत में, किस्मत से मिल गए हम तुम !
बनके चले राही एक मंजिल के,अब कभी जुदा न हो हम तुम !!

कहीं किसी रोज़ ऐसा होता
हमारी हालत तुम्हारी होती
तड़प का अहसास जब होता
मिलन का कारण बनते हम तुम

मिलना लिखा था किस्मत में, किस्मत से मिल गए हम तुम !
बनके चले राही एक मंजिल के,अब कभी जुदा न हो हम तुम !!

खूबियाँ इतनी तो नही हम में
क्यों कर याद करे ये दुनिया
बस इतना ऐतबार बरकरार रहे
कभी एक दूजे को न भूले हम तुम !!

मिलना लिखा था किस्मत में, किस्मत से मिल गए हम तुम !
बनके चले राही एक मंजिल के,अब कभी जुदा न हो हम तुम !!

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@—-डी. के निवातियाँ —-@

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