मंगलवार, 24 नवंबर 2015

GEET आशिक़ी आशिक़ी बन्दगी बन्दगी SALIM RAZA REWA

गीत Geet
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आशिक़ी आशिक़ी बन्दगी बन्दगी
तू ही आशिक़ी तू ही सादगी तू ही बंदगी है
तू ही नाज़नीं तू ही महज़बीं तू ही ज़िंदगी है
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मेरा दिल पे नहीं अब काबू है,काबू है- काबू है
तेरे इश्क़ का मुझपे जादू है, जादू है- जादू है
दिल बेक़रार जाने बहार कर ले तू प्यार आजा
महबूब यार तुझपे निसार सोला श्रृंगार आजा
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ये दिल मेरा दीवाना है, दीवाना है – दीवाना है
ये पागल है मस्ताना है, मस्ताना है-मस्ताना है
पतली कमर है बाली उमर है क़ातिल नज़र है आजा
सबसे हंसी तू कमसिन बड़ी तू सबको ख़बर है आजा
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तेरी बिखरी ज़ुल्फ़ें सावन सी ,सावन सी -सावन सी
तेरे तन की ख़ुश्बू मधुबन सी,मधुबन सी-मधुबन सी
नागन सी चाल मदहोश हाल कर दे ना ये दि वाना
ये है ख़याल क्या होगा हाल देखेगा जब ज़माना
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SALIMRAZA REWA 9981728122

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