घर से निकलना बेमानी लगता है
  						जब तक वो ये ना कह दे –
  				पापा कब आओगे ?
  		मेरा मुस्कुराना ,     उसका पैरों से लिपट जाना |
  		मेरा सहलाना ,  उसका दुलराना ||
  		    और बार – बार दुहराना कि –
  			     पापा कब आओगे ?
  		मेरा यूनिफार्म पहनना ,
  						आधा – अधूरा लगता है
  		जब तक आँखें मटका कर ,
  					हाथ नचाकर  और लटों को किनारे  लगा कर |
  		बटनों को छुकर ये न कहें कि –
  						पापा मुझको तो अच्छा लगता हैं  ||
  		मेरा आइना देखना  ,
  						उसका गले से लटकना |
  		नन्हे -2 हाथो से मेरे लटों को सजाना ,
  						मेरी चीजें छुपाना और मुझको सताना ||
  		जो मांगू रुमाल तो मोज़े भी ले आना ,
  						और मुरझा कर फिर से कहना –
  					पापा कब आओगे  ?
  		मेरा हेल्मेट पहनना ,
  						उसका स्ट्रेप लगाना  |
  		गाड़ी की चाबी मेरी उगलियों में फंसना ,
  						जाने लंगू तो जोर से चिल्लाना ||
  		मैं बाय करुगी पापा ,
  						चले मत जाना |
  		बाल्कनी में खड़े होकर हाथ हिलाना ,
  						खिलखिलाती बिटिया का उदास हो जाना ||
  				जब निकल जाऊ दूर तो जोर से चिल्लाना –
पापा पापा $$$$जल्दी $$ आना $$
पापा जल्दी आना ||
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चलना होगा,