बुधवार, 23 सितंबर 2015

दुनिया की रीत.......

    1. मूर्तिकार पड़े सड़को पर,
      मिटटी के भगवान बेच जिनके पेट पाले जाते हैं !

      जो देते है पत्थर को ईश रूप,
      ऐसे इंसान अक्सर बेचारे बेघर पाये जाते है !

      जो बनाते मंदिर मस्जिद,
      बेबसी में वो लोग उनकी सीढ़ियों पर बैठे पाये जाते है !

      जो सजाते दुसरो के महल,
      अक्सर वो ही लोग टूटी झोपड़ पट्टी में बसे पाये जाते है !

      भक्तो की बात न पूछो मेरे देश में,
      बुजुर्गो को दुत्कार और ढोंगी बाबा घरो में पूजे जाते है !!

      इस दुनिया की रीत निराली,
      ताजमहल बनाने वालो के अक्सर हाथ कटवाए जाते है !
      !
      !
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      [[_________डी. के. निवातियाँ ________]]

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