गुरुवार, 17 सितंबर 2015

ये बदले हुए हिसाब

(ज़ैद हमीद को लग रहे कोड़ों को समर्पित)

मुंबई पर हमले हुए, पकड़ा गया कसाब
बोला ज़ैद हमीद कि भैया बनता नहीं हिसाब
हिन्दू वाली शक्ल है इसकी हिन्दू जैसी बोली
हिंदुस्तान ने खुद चलवाई मुंबई में गोली

उगला जहर ज़ैद ने खुलकर, शाहिद मसूद भी बोला
मुल्ले, पागल, दीवाने – इन सब ने जहर था घोला
मनमोहन के लब सिले थे, बुजदिल था अंदाज़
बारूद भरा जब पजामे में- निकली नहीं आवाज़

मोदी के आने तक तो पाकिस्तान हुआ बेहाल
तालिबान का कहर तो था ही सरकार भी थी बदहाल
जिंदगी दूभर थी और हाल थी ऐसी बदतर
मान लिए सब अन्दर अन्दर हिन्दुस्तान था बेहतर

जावेद अख्तर ने बोल दिया इंटरव्यू के दौरान
मुसलमान अगर आज़ाद कहीं है तो वो है हिन्दुस्तान
हिंदुस्तान के मुस्लमान चचा ने मुशर्रफ को डांट लगाई
ले जाओ आतंक तुम्हारा, हम सब हैं भाई भाई.

यूट्यूब पे देखता हूँ पाकिस्तान के नशरियात (प्रोग्राम)
पता चले पडोसी देश में कैसे हैं हालात
हमसे तोड़ कर रिश्ता, ठुकरा कर हिन्दू जात
ये हिन्दू के बच्चे करते हैं आपस में कौन सी बात

समझदार अब मानते हैं कि हिन्दू थी शुरुआत
तलवार के जोर से बदला अरबों ने उनकी जात
अब ये सोच भी आम है की अरब हैं देते गाली
गैर=अरब मुस्लमान को कहते गदा, अज्जाम, मवाली

आग उगलते चले गए, सऊदी अरब हमीद
अरब खून के सपने ले कर उमरा की ताकीद
मुंहफटी अल्लाह की देन थी, लेने अक्ल गयी थी तेल
अरबों ने धर दबोच लिया और भेजा सीधा जेल

आठ बरस अब सड़ो जेल में और कोड़े एक हज़ार
आधे अरब का तोहफा समझो आधे हिन्द की मार
अक्ल ठिकाने आ जाये तो घर को वापस जाना
टेलीविज़न पर भैया अब तुम शक्ल न कभी दिखाना

आ भी गए कुछ बोलने को तो कौन सुनेगा बात?
जिसके पिछवाड़े पे लग गई सऊदी की सौगात
बदल गयी है दुनिया – अब अक्ल की कर ले बात
बलोचिस्तान को खोना हो तो कर लो खुराफात

कश्मीर में इंतखाब की जो मांग ले कर आओगे
तो साथ साथ तुम वतन में अपने यही चीज कराओगे
फिर देखना की लोग तुम्हारे हिंदुस्तान की गुहार लगायेंगे
तेरे मुल्क का ज्यादा हिस्सा ले वापस घर आ जायेंगे

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