बुधवार, 30 सितंबर 2015

ये मोहब्बत कहा !

वादा करके मुकर जाने के बाद ,
प्यार करके फिर धोका देने के बाद ,
लोग नये रिश्ते ढूँढ़ते है बस चंद ही दिनो के बाद /

वादा वो सच्चा था या नहीं ,
प्यार वो सच्चा था या नहीं ,
सवाल कुछ ऐसे है ढेर सारा ,
मैं जागता रहता हू रातभर सारा /

सच है की ज़माना अब वो नहीं रहा,
मोहब्बत की राह अब वीरान हो रहा ,
तेज चलती इस दुनिया से मै हारा ,
पर मोहब्बत से रिश्ता रहेगा हमारा/

हम जैसों की दुनिया में भीड़ है काम ,
मोहोब्बत की राह में लोग है काम ,
पलभर यहाँ ,तो पलभर वहा ,
मनोरंजन ये ऐसा , ये मोहब्बत कहा/

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