12-08-2015 ''यादें'' बचपन, जवानी और बुढापा तेरे संग उम्र गुजारी हमने यारा तेरे संग तू ना होता कैसे कटता यह जीवन पल-पल का अनमोल सहारा तेरे संग || शकुंतला तरार –
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