लोग जिंदगी भर जवानी के सपने देखते रहते हैं
और कम्बख्त बुढ़ापा हवा के झोंके की तरह आ जाता है
लोग ख्वाबों के महल बनाते रहते हैं
और हकीकत का खंडहर आईना दिखा जाता है
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