शनिवार, 23 मई 2015

मिलन आखिरी है.....

  • कोरे कागज पे लिखी ये ग़ज़ल आखिरी है !
    ना समझ यार के मेरा ये सफर आखिरी है !!

    आज नकारा है तूने जिस कदर मेरी वफ़ा को !
    ढूँढोगे एक दिन उस दर्द का असर आखिरी है !!

    कोई सम्भाले मुझे की वक़्त अब हो चला !
    इन डगमगाते कदमो की आहट आखिरी है !!

    आ खो जाए एक दूजे में हम कुछ इस कदर !
    न रहे ये गम की आज मुलाक़ात आखिरी है !!

    हम वो नही जो छोड़ से साथ हाथ पकड़कर !
    करे अफ़सोस मौत भी की मिलन आखिरी है !!

    डी. के निवातियाँ __________!!!

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