शुक्रवार, 15 मई 2015

बेटी

बोली बिटिया
देर ना करना
रूठ जाऊँगी
तुमसे वरना

चूड़ी लाना
सभी गुलाबी
छोटी बड़ी
नहीं जरा भी

टूटे दांत
मुझे दिखलाती
कलाइयों से
अपनी समझाती

एक लाना
गुड़िया का बिछौना
भरे मोती
रेशम का कोना

पापा देखो
भूल ना जाना
कानो के दो
छल्ले भी लाना

पहनकर फिर
तुम्हे दिखलाऊँगी
देखना कितनी
सुन्दर हो जाऊँगी

तुम तो मेरी
रूह हो बेटी
तुम्हारे आगे
सृष्टि भी छोटी

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