बोली बिटिया
  देर ना करना
  रूठ जाऊँगी
  तुमसे वरना 
चूड़ी लाना
  सभी गुलाबी
  छोटी बड़ी
  नहीं जरा भी 
टूटे दांत
  मुझे दिखलाती
  कलाइयों से
  अपनी समझाती
एक लाना
  गुड़िया का बिछौना
  भरे मोती
  रेशम का कोना
पापा देखो
  भूल ना  जाना
  कानो के दो
  छल्ले भी लाना 
पहनकर फिर
  तुम्हे दिखलाऊँगी
  देखना कितनी
  सुन्दर हो जाऊँगी 
तुम तो  मेरी
  रूह  हो बेटी
  तुम्हारे  आगे
  सृष्टि भी छोटी   

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें