देश से हमे प्यार है ,
  हमको अहन्कार है ,
  हममे सवार है बलिदान !
  हिन्द के हम वासी है
  हिन्द के निवासी है,
  जीवन है हमारा ” हिन्दुस्तान ” !!
चारो तरफ अशान्ती है,
  पर लक्श्य हमारा क्रान्ती है ,
  हममे न भ्रान्ती है पहचान !
  चारो तरफ अन्धेरा है ,
  दुश्मनो का घेरा है ,
  चम चमाता तारा है ” हिन्दुस्तान ” !!
आग का ये अन्श है ,
  सन्तो का वन्श है,
  और यहा सारान्श है ग्यान !
  हाल बडा बेहाल है ,
   मुश्किले विशाल है ,
  पर जलता मशाल है ” हिन्दुस्तान ” !!
लक्श्य हमारा एक है ,
  ंमुस्किले अनेक हमारी
   हमारी भेट है मुस्कान !
  आखो मे आश है ,
   जीत का विस्वास है ,
  आज हमारा साहस है ” हिन्दुस्तान ” !!
 देश पे हमे गर्व है
  आज खुशी का पर्व है ,
  हमारा सर्वो सर्व है आन !
  हिन्द के हम वाशी है ,
   हिन्द के निवाशी है ,
  जीवन है हमारा ” हिन्दुस्तान ”
(आनुज तिवारी )
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