शनिवार, 23 मई 2015

हमारा हिन्दुस्तान

देश से हमे प्यार है ,
हमको अहन्कार है ,
हममे सवार है बलिदान !
हिन्द के हम वासी है
हिन्द के निवासी है,
जीवन है हमारा ” हिन्दुस्तान ” !!

चारो तरफ अशान्ती है,
पर लक्श्य हमारा क्रान्ती है ,
हममे न भ्रान्ती है पहचान !
चारो तरफ अन्धेरा है ,
दुश्मनो का घेरा है ,
चम चमाता तारा है ” हिन्दुस्तान ” !!

आग का ये अन्श है ,
सन्तो का वन्श है,
और यहा सारान्श है ग्यान !
हाल बडा बेहाल है ,
मुश्किले विशाल है ,
पर जलता मशाल है ” हिन्दुस्तान ” !!

लक्श्य हमारा एक है ,
ंमुस्किले अनेक हमारी
हमारी भेट है मुस्कान !
आखो मे आश है ,
जीत का विस्वास है ,
आज हमारा साहस है ” हिन्दुस्तान ” !!

देश पे हमे गर्व है
आज खुशी का पर्व है ,
हमारा सर्वो सर्व है आन !
हिन्द के हम वाशी है ,
हिन्द के निवाशी है ,
जीवन है हमारा ” हिन्दुस्तान ”

(आनुज तिवारी )

Share Button
Read Complete Poem/Kavya Here हमारा हिन्दुस्तान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें