बुधवार, 13 मई 2015

तराना बन जाए .......

    1. आओ यारा मिलकर कुछ ऐसा लिखे
      लोगो की जुबान का तराना बन जाए !
      न कसक हो कोई बाकी तमन्नाओ की
      एक दूजे की आँखों का सितारा बन जाए !!

      तेरे दिल की वीणा कुछ ऐसे सजती हो.
      मेरी धड़कनो के तार से वो बजती हो
      जब जब निकले उनसे कोई सुर ताल
      प्रेमियों के प्यार का फ़साना बन जाए…..!!

      कुछ किस्से जिसमे अपने वादो के हो
      और भूली बिसरी उसमे कुछ यादे हो
      दिल का उसमे हम अपना हाल लिखे
      जिसे गुनगुनाने का बहाना मिल जाये ……!!

      थोड़े गीले शिकवे भो एक दूजे से मगर
      जुदाई का उसमे कभी कोई जिक्र न हो
      मिटा सके दूरिया अपने दरमियान की
      जीना मरना संग ऐसा याराना बन जाए…..!!

      आओ यारा मिलकर कुछ ऐसा लिखे
      लोगो की जुबान का तराना बन जाए !
      न कसक हो कोई बाकी तमन्नाओ की
      एक दूजे की आँखों का सितारा बन जाए !!
      !
      !
      !
      डी. के. निवातियाँ _______@@@

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