।।चला गदेलव ढुक्कुल खेली।।
अउर तनी के साम होइदया
  जा आवा गोलिया धइके ।।
  ढूढ़ि न पाउब्या थकि जाब्या पर
  मजा मिले धुंधलउके।।
  जुग्गू काका के मढ़ई के
  लुका छिपी में हम सब ठेली ।।
  चला गदेलव ढुक्कुल खेली।।1।। 
गड़हिस लइके बसवरिया से
  आगे केहू न जाये ।।
  खलिहाने में केहू लुकाये
  ओकर मानि न जाये ।।
  सुने रहे हम उपड़उरे मे
  बाटै भुतहा तेली ।।
  चला गदेलव ढुक्कुल खेली।।2।। 
सौ तक गिनती गिनत रह्या तू
  पीछे तनिक न आया।।
  कूकी बोलब तबै आइके
  सबके टीप लगाया ।।
  धक्का मुक्किस बचा रह्या
  केह्य न ढकेल ढकेली ।।
  चला गदेलव ढुक्कुल खेली ।3।।  
गिरी दलनिया में न जाया
  करया न झगड़ा टन्टा ।।
  अरे बन्नवस बचा रह्या सब
  बाटै पक्का बेइमण्ठा ।।
  तबौ हम शबे देखा ओनका
  बनये अही सहेली ।।
  चला गदेलव ढुक्कुल खेली4।। 
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