बुधवार, 16 सितंबर 2015

"माँ शक्ति का वरदान है बेटी"

माँ शक्ति का वरदान है बेटी I
कुदरत का एहसान है बेटी I

कहो कभी न महमान है बेटी
मधुर रिश्तों की जान है बेटी
मेरी हो चाहे तेरी हो बेटी
घर घर की अब शान है बेटी I

सपनों की उड़ान है बेटी
शुभ कर्मों का इनाम है बेटी
तपता झोंका बने बेटा तो
मल्हार राग सी तान है बेटी I

तप त्याग का नाम है बेटी
सागर जैसी महान है बेटी
धर्म धन अनमोल है बेटी
माँ पापा की पहचान है बेटी I

हर ओर सम्भाले कमान है बेटी
अब दुश्मन को बान है बेटी
साहस धैर्य की है गौरब गाथा
जीवन रत्नों की खान है बेटी I

बेटा कुल तो जहान है बेटी
कल के लिए परित्राण है बेटी
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
अबला नहीं बलबान है बेटी I

माँ शक्ति का वरदान है बेटी I
कुदरत का एहसान है बेटी I
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