मंगलवार, 1 मार्च 2016

अपना हमें बना लेना ...

हमको ख्वाबों में ख्यालों में तुम बसा लेना,
अपने होठो पे हमको गीतों-सा सजा लेना,
हम क़यामत तलक न साथ तेरा छोड़ेंगे,
हम हैं हाज़िर, हमें जब चाहे आजमा लेना,

कोई महफ़िल हो या तन्हाई का आलम कोई,
बड़ी मशरूफ़ रहो या रहो खोयी-खोयी ,
हर घड़ी साथ निभाने का तुमसे वादा है,
जी में जब आये, हमें बेझिझक बुला लेना,

साथ कोई दे न दे तेरा कहीं कोई बात नहीं,
जलते अंगारे-से दिन हो या सर्द रात सही,
खुद को तन्हा ना समझना ना करना गम कोई,
हम तुम्हारे ही हैं,अपना हमें बना लेना ..

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